Introduction
· The Youth Red Cross is the most important constituent of its parent organization “Indian Red Cross” which was formed in 1863 by Jean Henry Dunant.
· It is a group movement organized at the initial stages for students between 18 and 25 years of age within the college(s).
· The Youth Red Cross Society of the college was established in the year 2011 with the objective of evoking awareness towards social responsibilities among the youth.
· Under the guidance of the Officer In-charge the students are trained and encouraged to manage the affairs of the group and organize activities to instill in them leadership qualities.
Fundamental Principles
· Humanity
· Impartiality
· Neutrality
· Independence
· Voluntary Service
· Unity and Universality
Mission
The youth of our country represent one-third of the population and are an important human resource. Our institution realizes the importance of the diverse role played by the young people. They bring much needed ideas and skills. Youth Red Cross aims to organize such programs which inspire and encourage all forms of humanitarian activities so that human suffering can be minimized and prevented through:
· Promotion of health.
· Health activities/ HIV and AIDS stigma and awareness.
· Accident prevention and first aid training.
· Disaster preparedness.
· Maternity and child welfare.
· Social welfare activities/environmental and extension activities.
· Emblem awareness.
· Blood donation camps/workshops/awareness camps/rally etc.
· Cultural programs.
Redcross
रेडक्रास एक ऐच्छिक अन्तर्राष्ट्रीय संगठन है। जो 1863 में हेनरी डयूनाट द्वारा युद्धभूमि पर जख्मी और पीड़ितों की सहायता प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया था। सन् 1919 में जब विभिन्न रेडक्रास संगठनों का मिलकर, एक संघ स्थापित हुआ तब यूथ रेडक्रास को विभिन्न देशों में कार्यान्वित करने के लिए यूथ रेडक्रास ब्यूरो स्थापित किया गया।
रेडक्रास का मूलभूत सिद्वांत मानवता, निष्पक्षता, तटस्थता, स्वतंत्रता स्वयं प्रेरित सेवा एकता, सर्वव्यापकता है। महाविद्यालय में रेडक्रास का गठन 01/07/2002 को किया गया है।
रेडक्रास द्वारा महाविद्यालय में विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जाता है। जिसके अन्तर्गत महाविद्यालय परिसर में औषधीय पौधों का रोपण किया गया। जिला चिकित्सालय की टीम द्वारा समय-समय पर छात्राओं और स्टाॅफ का रक्त परीक्षण, हिमोग्लोबिन परीक्षण, सिकल सेल परीक्षण, नेत्र परीक्षण कराया गया।
थ्पज ंदक थ्पदम छनजतपजपवद ब्मदजमत द्वारा स्वास्थ्य शिविर व छात्राओं को सलाह दी गयी। डाॅ. रमा घोष द्वारा छात्रो का स्वास्थ्य परीक्षण व चिकित्सकीय सलाह प्रदान की गयी।
पुलिस विभाग द्वारा यातायात नियमों की जानकारी प्रदान की गयी। मार्डन लाईफ स्टाईल एवं स्वास्थ्य पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। अपोलो हाॅस्पिटल की डाॅ. कविता बब्बर द्वारा कैंसर से बचाव पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें महाविद्यालय की छात्राओं के साथ उनकी माता-बहन तथा अन्य रिश्तेदार की भी चिकित्सकीय सलाह दी गयी। विश्व मधुमेह दिवस पर बिलासपुर डायबिटीज सोसायटी के अध्यक्ष डाॅ. कालवीट ने निर्देशन में मधुमेह की जांच की गयी एवं श्रीमती विद्या गोवर्धन के द्वारा मधुमेह की विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी।
सक्षम समाजसेवी संस्था के सहयोग से विशाल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। डाॅ. प्रमोद महाजन सी.एम.ओ. बिलासपुर द्वारा शासकीय योजनाओं का लाभ उठाने की जानकारी दी गयी। शिविर में स्त्रीरोग विशेषज्ञ डाॅ. मंजू (अपोला) डाॅ. रेणुका सेमुयल (स्त्रीरोग विशेषज्ञ) डाॅ. पूजा चैरसिया (स्त्रीरोग विशेषज्ञ) डाॅ. पी.वी.के.आर.रामकृष्णा (त्वचा रोग विशेषज्ञ) डाॅ. दुष्यंत खत्री एवं डाॅ. मिताली खत्री (दंत रोग विशेषज्ञ) डाॅ. एलिजावेथ (डायटीशियन) ने शिविर में अपना सहयोग दिया तथा छात्राओं का रक्त समूह, सिकलिन आॅंख, दंत, त्वचा की जांच एवं छात्राओं की व्यक्तिगत समस्या का निदान स्त्रीरोग विशेषज्ञ द्वारा की गई। नेत्ररोग के लिए छात्राओं को प्रेरित किया गया। महाविद्यालय की प्राध्यापक डाॅ. नाॅज बेंजामिन ने नेत्रदान संकल्प पत्र भरा।
इस प्रकार महाविद्यालय की रेडक्रास इकाई अनवरत इस तरह की गतिविधियों का सम्पादन प्रतिवर्ष करती है।
डाॅ. (श्रीमती) आर्चना शुक्ला
रेडक्रास प्रभारी